Friday, September 21, 2007

मुहब्बत फूल खुशियाँ और दुआएं पोटली भर के

कभी कभी आपको कोई बात बहुत प्यारी लगती है और आप सबको बताने के लिये व्याकुल होने लगते हैं।
आज ब्लागवाणी के जरिये एक बेहद उम्दा मिजाज के हिन्दी गज़लगो श्री नीरज गोस्वामी को पढ़ा। इनके ब्लाग का पता है http://ngoswami.blogspot.com/

इनका इस्तकबाल कीजिये और मुझे भी शुक्रिया दीजिये।

1 comment:

Udan Tashtari said...

आप न भी कहते तो भी हम तो शुक्रिया जरुर देते ऐसी उम्दा जगह भेजने का. :) आभार.