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26 जनवरी 1984 को भारतीय भाषाओं को इधर उधर फैली ऊट पंटाग लिपियों से मुक्ति दिलाने के लिये रोमन लिपि परिषद की स्थापना की गई है। इसके मुख्य ध्येय हैं
भारतीय भाषाओं को रोमन लिपि में लिखने के लिये बढ़ावा देना
रोमनीकरण के फायदे की बातों को चतुर्दिक दिशाओं में पहुंचाना
श्री मधुकर एन गोगटे इसके संस्थापक सदस्य हैं और इस परिषद का कार्यालय ताड़देव एयरकंडीशंड मार्केट में है।
अधिक जानकारी आप श्री मधुकर एन गोगोटे को mngogate@vsnl.com पर या mngogate1932@yahoo.com. पर ईमेल करके प्राप्त कर सकते हैं।